सफर शुरू करने से पहले हमेशा सफर की दुआ (Safar ki Dua) जरूर पढ़नी चाहिए |
वैसे तो सफर के लिए अलग-अलग कई दुआएं है लेकिन आज हम सफर की दुआ के बारे में बात करने वाले है |
सफर की दुआ कब और कैसे पढ़नी चाहिए | सफर की दुआ पढ़ने के फायदे के बारे में जानने के लिए पोस्ट को पूरा पढे |

सफर की दुआ हिन्दी में (Safar Dua in Hindi)
सुब्हानल्लज़ी सख्खर लना हाज़ा वमा कुन्ना लहू मुक़रिनीन, व इन्ना इला रब्बीना लमुनक़लिबुन |
सफर दुआ का हिन्दी में अर्थ
वो पाक है जिसने इसको हमारे काबू में कर दिया और हम में ताकत न थी कि इसको काबू में कर लेते और हमको अपने रब की तरफ़ ही लौट कर जाना है |
सफर की दुआ उर्दू में
سُبْحَانَ الَّذِي سَخَّرَ لَنَا هَـٰذَا وَمَا كُنَّا لَهُ مُقْرِنِينَ
وَإِنَّا إِلَىٰ رَبِّنَا لَمُنقَلِبُونَ-
सफर दुआ पढ़ने का तरीका
आप चाहे बस, हवाईजहाज, बीइक, और ट्रेन आदि में से किसी भी साधन से यात्रा आरंभ करने वाले है तो यात्रा शुरू करने से पहले सफर की दुआ जरूर पढ़नी चाहिए |
सफर की दुआ पढ़ने के पहले तीन बार अल्हम्दु लिल्लाह और तीन बार अल्लाह हु अकबर कहना चाहिए |
सफर की दुआ पढ़ने के फायदे
सफर की दुआ (Safar ki dua) को पढ़ने के निम्नलिखित फायदे है –
- सफर में कोई घटना घटित होने की संभावना लगभग नहीं के बराबर हो जाती है |
- सफर आसानी से निकल जाता है |
- सफर काफी खुशनुमा रहता है |
- सफर चाहे कितना लंबा हो, कितना जल्दी पार हो गया, का पता ही नही चलता है |
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अंतिम दो लाइन
यदि आप हाल ही में किसी सफर के लिए रवाना होना चाहते है तो आपको सफर की दुआ अवश्य पढ़नी चाहिए | सफर की दुआ पढ़ने का सही तरीका इस पोस्ट में विस्तार से बताया गया है |
सफर की दुआ को सही तरीके से पढे ताकि सफर की दुआ पढ़ने के फायदे का लाभ उठाया जा सके और आपकी जिंदगी हमेशा सलामत रहे |