रहिमन धागा प्रेम का दोहा (Rahiman Dhaga Prem ka Doha)

रहिमन धागा प्रेम का दोहा रहीम द्वारा लिखा गया है | यहाँ पढे रहिमन धागा प्रेम का (Rahiman Dhaga Prem ka Doha) हिन्दी मीनिंग सहित |

Rahiman Dhaga Prem ka Doha

रहिमन धागा प्रेम का दोहा (Rahiman Dhaga Prem ka Doha)

रहीम का फेमस दोहा इस प्रकार है-

रहिमन धागा प्रेम का, मत तोड़ो चटकाय।
टूटे से फिर ना जुड़े, जुड़े गाँठ परि जाय॥

Rahiman Dhaaga Prem Ka, Mat Todo Chatakaay.
Toote Se Phir Na Jude, Jude Gaanth Parinde Na

रहिमन धागा प्रेम का, मत तोरो चटकाय।
टूटे पे फिर ना जुरे, जुरे गाँठ परी जाय।।

Rahiman Dhaaga Prem Ka, Mat Toro Chatakaay.
Toote Pe Phir Na Jure, Jure Gaanth Paree Jaay.

रहिमन धागा प्रेम का दोहा का हिन्दी में अर्थ (मीनिंग)

रहीम दास के फेमस दोहे रहिमन धागा प्रेम का हिन्दी में मीनिंग इस प्रकार है —

प्रेम का धागा बहुत नाजुक होता है और इसे टूटने से बचाना बहुत मुश्किल होता है। इसलिए आपको इसे तोड़ने से बचाना चाहिए। जब यह धागा एक बार टूट जाता है, तो फिर से इसे जोड़ना बहुत ही मुश्किल होता है और वह इतना मजबूत नहीं रहता। अर्थात धागे में गांठ पड़ जाती है | इसलिए, प्रेम को टूटने से बचाने के लिए आपको इसे संभालकर रखना चाहिए। यदि यह धागा टूट जाता है, प्रेम पहले की तरह नहीं रहता है चाहे कितनी कोशिशें कर लों |

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