नज़र की दुआ (Nazar Ki Dua),नज़र उतारने की दुआ, नज़र से बचने की दुआ, नज़र बाद की दुआ, नज़र ना लगने की दुआ
कई बार छोटे बच्चों को नज़र लग जाती है | इस नज़र को उतारने के लिए नज़र उतारने की दुआ पढ़ी जाती है | नज़र लगने से बचने के लिए नज़र की दुआ पढ़ी जाती है |
यदि आपको नज़र की दुआ पढ़ने की जरूरत है तो आपको इस पोस्ट में नज़र की दुआ के साथ साथ नज़र उतारने की दुआ और नज़र से बचने की दुआ लिखी गयी है |

नज़र की दुआ (Nazar Ki Dua)
हिन्दी में नज़र की दुआ इस प्रकार है-
“आउजुबिल्लाहि मिनाश्शय्तानिर रजीम, बिस्मिल्लाहि रह्मानि रहीम। माशाअल्लाहु ला क्वाता इल्ला बिल्लाह।”
इस दुआ का अर्थ है, “मैं शैतान से अल्लाह की पनाह मांगता हूं, शुरू करता हूं अल्लाह के नाम से, जो रहमतवाला और दयालु हैं। जो कुछ अल्लाह की मर्ज़ी से होता है, उसमें कोई ताक़त नहीं है, सबकुछ अल्लाह की मर्ज़ी से होता है।”
यह दुआ नज़र लगने से बचने के लिए पढ़ी जाती है। यह दुआ 7 बार पढ़ी जाती है और इसके बाद “आमीन” कहा जाता है।
Nazar ki Dua in English
“O Allah, protect me from the evil eye, for it is real and it harms. And protect me from jealousy, for it is destructive and it corrupts. And bless me in all my affairs, for there is no one who can bless except You.”
नज़र उतारने की दुआ
नज़र लगने के बाद नज़र को उतारा जाता है ताकि नज़र के प्रभाव को खत्म किया जा सके | नज़र उतारने के लिए जिस दुआ को पढ़ा जाता है उसे नज़र उतारने की दुआ कहते है |
नज़र उतारने की दुआ इस प्रकार है-
“أَعُوْذُ بِكَلِمَاتِ اللَّهِ التَّامَّاتِ مِنْ شَرِّ مَا خَلَقَ”
“अउजुबिल्लाहिमिनश्शैतानिर्रजीम, बिस्मिल्लाहिर्रह्मानिर्रहीम। आ’ऊजुबिकलिमातिल्लाहित्ताम्माति मिनश्शर्रि मा खलक।”
इस दुआ का अर्थ है, “मैं शैतान से अल्लाह की पनाह मांगता हूं, शुरू करता हूं अल्लाह के नाम से, जो रहमतवाला और दयालु हैं। मैं पूरी तरह से अल्लाह की कलम की शिफ़ा मांगता हूं, जो उन्होंने उत्पन्न की है, ताकि उनकी रचना के दोषों से बचा जाए।”
इस दुआ को नज़र उतारने के लिए पढ़ा जाता है। इस दुआ को 3 बार पढ़ने से पहले और बाद में “आमीन” कहना चाहिए।
नज़र से बचने की दुआ
नजर से बचने की दुआ इस प्रकार है-
“आउजुबिल्लाहि मिनाश्शैतानिर रजीम। बिस्मिल्लाहि रहमानि रहीम।”
यह दुआ नजर लगने के असर से बचने में मदद कर सकती है। इस दुआ को बार-बार पढ़ने से नजर लगने के खतरे से बचने में मदद मिलती है।
नज़र ना लगने की दुआ
किसी व्यक्ति को नज़र लगने से बचाने के लिए नज़र न लगने की दुआ पढ़ी जाती है | यदि आप अपने बच्चे को बुरी नजर से बचाना चाहते है तो नीचे दी गयी नज़र ना लगने की दुआ को पढ़ सकते है |
बिस्मिल्लाहि आदेहि मां शाअल्लाहि मा कान, मिन शर्रि कुल्लि शैटानिन वा क़तिलिन वा हासिदिन याजीरिन”
यह दुआ “बिस्मिल्लाह” से शुरू होती है जो कि अरबी भाषा में “अल्लाह के नाम से” का अनुवाद है। इसके बाद इस दुआ में व्यक्ति नज़र लगाने वाले सभी शैतानों, क़ातिलों और हासिदों से बचने की मांग करता है।
“بسم اللہ اعوذ باللہ من شر کل شیطان وواحسین ونفخات العین”
नमक से नजर उतारने का तरीका
नमक से नज़र उतारने का तरीका बहुत ही पुराना और लोकप्रिय तरीका है जो भारतीय उपमहाद्वीप में चलता आ रहा है।
इसके लिए आपको एक थाली लेनी होगी जिसमें थोड़ा सा नमक डाल दें। फिर थाली को बाएं हाथ से उत्तेजित करें और उसे जिसकी नजर उतारनी हो, उसके ऊपर से सात बार घुमाएं। उसके बाद थाली को फेंक दें।
यह तरीका लगी हुई नजर को उतारने के लिए कारगर है। इसके साथ ही आप नजर उतारने के लिए ऊपर बताई गयी दुआओं का भी प्रयोग कर सकते हैं।
FAQs
नजर लगने पर कौन सी दुआ पढ़े?
नज़र लगने पर नज़र की दुआ और नज़र उतारने की दुआ पढ़नी चाहिए |
नजर लग गई है कैसे उतारे?
नज़र लगने पर नज़र उतारने की दुआ को पढ़ना चाहिए | साथ ही नमक के दाने उठाकर उसे सर के ऊपर से 7 बार घुमाना चाहिए और फिर उन्हें एक जगह पर फेंक देंना चाहिए । इस प्रकार नज़र को उतारा जा सकता है |
नजर उतारने का सही समय क्या है?
नजर उतारने के लिए कोई विशेष समय नहीं होता है। जैसे ही आपको लगता है कि किसी व्यक्ति को आपकी नजर लग गई है, तुरंत नजर उतारने की कोशिश करें। अगर आप नजर उतारने के लिए कोई दुआ पढ़ना चाहते हैं तो आप किसी भी समय उसे पढ़ सकते हैं।
बार बार नजर क्यों लगती है?
नज़र लगना नकारात्मक ऊर्जा का असर होना बताया गया है | नजर लगने की वजह से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा ठहर जाती है और व्यक्ति की प्रगति में रुकावट आने लगती है | नजर लगने से लोग अक्सर बीमार भी रहने लगते हैं | नज़र से बचने के लिए नज़र की दुआ अवश्य पढ़नी चाहिए |